अध्याय १ : चिरंजीवी हनुमान जी का आगमन

अध्याय २ : श्री हनुमान जी के साथ शहद की खोज

अध्याय ३ : काल के जाल में चिरंजीवी हनुमान

अध्याय ४ : चिरंजीवी श्री हनुमान की विष्णुलोक यात्रा

अध्याय ५ : चिरंजीवी हनुमान ने सिखाया देह से बाहर निकलना

अध्याय ६ :33 करोड़ ‘सुरो’ का रहस्य और इतिहास खोला चिरंजीवी हनुमान जी ने

अध्याय ७ : वह फल है अथवा सूर्य? चिरंजीवी हनुमान जी ने खोला राज

अध्याय ८ : मकरध्वज उनके पुत्र नहीं थे ,चिरंजीवी हनुमान जी ने किया खुलासा

अध्याय ९ : रामसेतु का भेद खोला चिरंजीवी हनुमान जी ने

अध्याय १० : अस्तित्व का रहस्य : कैसे एक औरत अधिकतम 60000 बच्चो को जन्म दे सकती है

अध्याय ११ : इच्छा पूर्ति का रहस्य खोला चिरंजीवी हनुमान जी ने

अध्याय १२ : देवी गंगा का मानवलोक में अवतरण

अध्याय १३ : चिरंजीवी हनुमान जी ने बताया शिवलिंग और तिरुपति की मूर्ति का रहस्य

अध्याय १४ : वास्तविकता क्या होती है,श्री हनुमान जी ने अन्वेषण किया

अध्याय १५ :कृष्ण-सुदामा की लीला भगवान कृष्ण के दृष्टिकोण से (सापेक्षिता का रहस्य)

अध्याय १६ :भगवान राम का मानवलोक में जन्म: चिरंजीवी हनुमान ने जगजाहिर की पूर्ण कथा

अध्याय १७ :देवत्व प्राप्ति : चिरंजीवी हनुमान जी ने सुनाई देवी रेणुका (यल्लामा) की पूर्ण कथा

अध्याय १८ :ऋषि विश्वामित्र का उदय : 'कामधेनु पहेली' और 'त्रिशंकु विश्व' का वर्णन स्वयं हनुमान जी द्वारा

अध्याय १९ :हनुमान जी का राजा हरिश्चंद्र और मोक्ष यज्ञ के बारे में व्याख्यान

अध्याय २० :युवा प्रभु राम का तड़का के जंगल में शिव योग

अध्याय २१ :चिरंजीवी हनुमान जी का शिव धनुष तथा देवी लक्ष्मी के सीता अवतार में किये गए बलिदानो के बारे में वार्तालाप

अध्याय २२ :धारणा रहित मन : चिरंजीवी हनुमान जी ने सुनाई अहिल्या की कथा

अध्याय २३ :चिरंजीवी हनुमान जी का प्रभु राम और माता सीता के विवाह के बारे में व्याख्यान

अध्याय २४ :हनुमान जी का माया के साथ युद्ध, कर्म- भाग्य- स्वेछा आत्मलोक के ब्रह्मज्ञान के अस्त का प्रयोग

अध्याय २५ :जब असुर अयोध्या के महल में घुसे

अध्याय २६ :जब भगवान राम ने युद्ध जीतने के लिए एक लड़ाई हारी

अध्याय २७ :हनुमान जी ने प्रभु श्री राम की अयोध्या लीला का वर्णन किया